Book Title: Jivan Vigyana aur Jain Vidya
Author(s): Mahapragna Acharya
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 54
________________ 45 प्रेक्षाध्यान शब्द को कोष्ठक के शब्द (चित्र) के साथ वाक्य द्वारा जोड़ दें। कठिन शब्द को दो या तीन भाग में भी बांट सकते हैं। शब्द का अर्थ पता न हो, तो अपनी कल्पना से ध्वनि के आधार पर परिचित शब्द के साथ जोड़ें एवं उसी अर्थ की कल्पना करें। कोष्ठक (चित्र) पदत्त शब्द जोड़ने का वाक्य 1. कान हाथी कान में हाथी के चिंघाड़ने की आवाज आ रही है। 2. रोड रूमाल रोड के ऊपर रूमाल पड़ा है। 3. गंगा गुलाब गंगा के पानी में गुलाब का फूल बह रहा है। 4. छाज कनपेज छाज के अन्दर पड़ी कणक को पेज से ढक दो। 5. पंप पेचकश पंप को ठीक करने पेचकश लाओ। 6. बम मोटर बम से मोटर के पुर्जे-पुर्जे उड़ गए। 7. तवा होस्पीटल तवे को हाथ लगाया, तो जल गया जिससे होस्पीटल जाना पड़ा। 8. शीशी ओजोन शीशी में आक्सीजन गैस नहीं, ओजोन गैस है। 9. हल संविधान हल जोतने वाले संविधान नहीं पढ़ते। 10. दूध करिश्मा दूध के करिश्मे से बीमारी मिट गई। या दूध पीलाकर करि को चश्मा पहनाया। ___ (हाथी) इस प्रकार प्रत्येक शब्द को अपने कोष्ठक (चित्र) के साथ जोड़कर उसे आसानी से याद किया जा सकता है। जहां कठिन शब्द हो, वहां उसे तोड़कर आसान बना कर कल्पना से जोड़ा जा सकता है, जैसे करिश्मा या कनपेज में किया है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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