Book Title: Jindattakhyana Dwaya
Author(s): Sumtisuri, Amrutlal Bhojak
Publisher: Singhi Jain Shastra Shiksha Pith Mumbai

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Page 8
________________ सुमतिसूरिकृत तथा अज्ञातविद्वत् कर्तृक प्राकृतभाषा ग्रथित जिनदत्ताख्यान द्वय संपादक पं. अमृतलाल मोहनलाल, भोजक भवन ISM प्रकाशक मुंबईनगरस्थ भारतीय विद्या भवन प्रतिष्ठित सिंघी जैन शास्त्र शिक्षा पीठ विक्रमाब्द २००९] प्रथमावृत्ति, पंचशत प्रति [खिस्ताब्द १९५३ ग्रन्थांक २७] सर्वाधिकार संरक्षक भा. वि. भ. [मूल्य रू. २-८-० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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