Book Title: Arhat Dharm Prakash
Author(s): Kirtivijay Gani, Gyanchandra
Publisher: Aatmkamal Labdhisuri Jain Gyanmandir

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Page 7
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रकाशक बी० बी० मेहता प्रथम संस्करण ५००० श्री आत्म-कमल-लब्धि-सूरीश्वरजी-जैन-ज्ञान-मंदिर, द्वितीय संस्करण १००० ६ ऐस लेन, दादर (पश्चिम ) बम्बई २८ ५०० प्रतियाँ-लाठी-निवासी स्वर्गीय दोसी केशवजी माणिकचंद्र की धर्मपत्नी स्व० हेमकुँवर की आत्मा के श्रेयार्थ उनके सुपुत्र छोटेलाल तथा धीरजलाल की ओर से सप्रेम भेट | गुजराती १७५० seeeeeeeeeeeo आहेत-धर्म-प्रकाश प्रथम संस्करण द्वितीय संस्करण १००० तृतीय संस्करण २२५० चतुर्थ संस्करण प्रथम संस्करण द्वितीय संस्करण १००० तमिल ५००० अंग्रेजी १५००० कनड्ड १८००० मराठी ५००० १००० हिन्दी peeeeeeeeeeo तेलुगु ६०,००० अनुवादक न्यायाचार्य महेन्द्रकुमार शास्त्री मुद्रक-बलदेवदास संसार प्रेस, काशीपुरा, वाराणसी । For Private And Personal Use Only

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