Book Title: Agamoddharak Kruti Sandohasya Part 02
Author(s): Manikyasagarsuri
Publisher: Mithabhai Kalyanchandji Pedhi

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Page 8
________________ शुद्धम् // 7 // // 7 // भावेन ०श्रय उदयमगान् नैव किमु मुनयः 1, मतः पृष्ठम् पतिः अशुद्धम् / शुद्धम् | पृष्ठम् पतिः अशुद्धम् , 14 शंतो शतो. |81 . 5 भावे न 53 4 . चूर्णि . | 84 6 श्रय 54 11 स्व कां० स्वका 84 7 उदयमागत 54 17 वृत्त किमुन 55 - 1. श्रत .. श्रुत० , 8 मुनयः, सिद्धि सिद्ध० 14 मत ? 60 12 समुहो० ०समूहो 85 १३०धीर्षी प्राप्त्वापि प्राप्यापि 87 7 . प्रसा-रो० सुख सुखं | 87 15 च्छुट्टै 70 1 सुभैः . सुमैः 88 9 ०माप्त ०ऽभ्र oऽभ्रे 89 2 ०धानो महर्धिका महर्द्धिका | , 13 लापो 77 18. ईतां हतां | 90 12 ०वन्दम० 58.. 6. बैग्लानो- .. बैग्लानो-९१ 1 79 15 चहु० बहु० / 91 10 हिण्डयां धीर्ष प्रसारो० च्छुटे० माप्त '. धानः लापो ०वन्दनम० थाक. हिण्ड्यां Holl tron था कर | PP.AC. Gunratnasuri M.S. Jun Gun Aaradhak

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