Book Title: Agam Guna Manjusha
Author(s): Gunsagarsuri
Publisher: Jina Goyam Guna Sarvoday Trust Mumbai

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Page 1653
________________ NO9555555555555555 (३९/१) दसासूयक्खंधं छेयसुत्तं (६) दसा - १० १श 55岁$$$ $ 25 MOR955555555555555555555555555555555555555555eog आगमेसाणं दुल्लभबोहिए यावि भवति, तंएवं खलु समणाउसो ! तस्स निदाणस्स इमेयारूवे पावफलविवागे जं णो संचाएति केवलिपण्णत्तं धम्म पडिसुणेत्तए ।४६। एवं खलु समणाउसो ! मए धम्मे पं० तं०-इणमेव निग्गंथे पावयणे सच्चे जाव सव्वदुक्खाणमंतं करेति जस्स णं धम्मस्स निग्गंथी सिक्खाए उवठ्ठिया विहरमाणी पुरा दिगिंछाए० उदिण्णकामजाया विहरेज्जा, साय परक्कमेज्जा, सा य परक्कममाणी पासेज्जा से जा इमा इत्थिया भवति एगा एगजाया एगाभरणपिहाणा तेलपेलाइव सुसंगोविया चेलपेलाइव सुसंपरिग्गहिया रयणकरंडगसमाणा तीसे णं अतिज़ायमाणीए वा निज्जायमाणीए वा पुरओ महं दासीदास जाव किं ते आसगस्स सदति ?, जं पासित्ता निग्गंथी निदाणं करेति-जति इमस्स तवनियमबंभचेर जाव भुंजमाणी विहरामि, सेत्तं साहुणी, एवं खलु समणाउसो ! निग्गंथी निदाणं किच्चा तस्स ठाणस्स अणालोइयअपडिक्कंता कालमासे कालं किच्चा अण्णतरेसु देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवति महड्डिएसु जाव साणं तत्थ देवे भवति जाव भुंजमाणे विहरइ, साणं ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं० अणंतरं चयं चइत्ता जे इमे भवंति उग्गपुत्ता महामाउगा भोगपुत्ता महामाउया एतेसिंणं अण्णतरंसि कुलंसि दारियत्ताए पच्चायाति, साणं तत्थ दारिया भवति सुकुमाल जाव सुरूवा, ततेणं तं दारियं अम्मपियरो उम्मुक्कबालभाव विणयपरिणयमित्तं जोव्वणगमणुप्पत्तं पडिरूवेणं सुकेणं पडिरूवस्स भत्तारस्स भारियत्ताए दलंति, साणं तस्स भारिया भवति एगा एगजाया इठ्ठा जाव रयणकरंडगसमाणी, तीसे जाव अतिजायमाणीए वा निज्जायमाणीए वा पुरओ महं दासीदास जाव किं ते आसगस्स सदति ?, तीसे णं तहप्पगाराए इत्थियाए तहारूवे समणे वा माहणे वा उभओकालं केवलिपण्णत्तं धम्म आइक्खेज्जा?, हंता आइक्खेज्जा, सा णं भंते ! पडिसुणेज्जा?, णो इणढे समठे, अभविया णं सा तस्स धम्मस्स सवणयाए, सा य भवति महेच्छा महारंभा महापरिग्गहा जाव दाहिणगामिए नेरइए आगमिस्साए दुल्लभबोहियत्ताए भवति, एवं खलु समणाउसो! तस्स निदाणस्स इमेयारूवे पावफलविवागेजंणो संचाएति केवलिपण्णत्तं धम्म पडिसुणगामिए ।४७। एवं खलु समणाउसो ! मए धम्मे पण्णत्ते इणमेव निग्गंथे पावयणे तह चेव जस्स णं धम्मस्स निग्गंथे सिक्खाए उवठ्ठिए विहरमाणे पुरादिगिंछाए जाव से य परक्कममाणे पासेज्जा-इमा इत्थिका भवति एगा एगजाया जव किं ते आसगस्स सदति ?, जं पासित्ता निग्गंथे निदाणं करेति दुक्खं ' खलु पुमत्तणए, जे इमे उग्गपुत्ता महामाउया भोगपुत्ता महामाउया एतेसिंणं अण्णतरेसु उच्चवएसु महासमरसंगामेसु उच्चावयाइं सत्थाई उरसि चेव पडिसंवेदेति तं दुक्खं खलु पुमत्तणए, इत्थीत्तणं साहु, जति इमस्स तवनियमबंभचेरवासस्स फलवित्तिविसेसे अत्थि वयमवि आगमेस्साणं जाव इमेरूवाइं उरालाई इत्थीभोगाइं भुञ्जिस्सामो, सेत्तं सहू, एवं खलु समणाउसो! निग्गंथे निदाणं किच्चा तस्स ठाणस्स अणालोइअपडिक्वंते जाव अपडिवज्जित्ता कालमासे कालं किच्चा अण्णतरेसु जाव सेणं तत्थ देवे भवति महिड्डिए जाव विहरति, सेणं ताओ देवलोगाओ आउक्खएणं जाव अणंतरं चइत्ता अण्णतरंसि कुलंसि दारियत्ताए पच्चायाति जाव ते णं तंदारियं जाव भारियत्ताए दलयंति, साणं तस्स भारिया भवति एगा एगजाया जाव तहेव सव्वं भाणियव्वं, तीसेणं अतिजायमाणी वा जाव किं ते आसगस्स सदति?, तीसे णं तहप्पगाराए इत्थिकाए तहारूवे समणे वा माहणे वा धम्म आइक्खेज्जा ?, हंता आइक्खेज्जा, जाव किं पडिसुणेज्ज ?, णो तिणठे समठ्ठ, अभविया णं सा तस्स धम्मस्स पडिसवणयाए, सा य भवति महिच्छा जाव दाहिणगामिए नेरइए, आगमिस्साणं दुल्लभबोहिए यावि भवति, एवं खलु समणाउसो तस्स निदाणस्स इमेयारूवे पावफलविवागे भवति जंणो संचाएति केवलिपण्णत्तं धम्म पडिसुणेत्तए ।४८। एवं खलु समणाउसो ! मए धम्मे पन्नते इणमेव निग्गंथे जाव अंतं करेति जस्सणं धम्मस्स निग्गंथी सिक्खाए उवठ्ठिया विहरमाणी पुरादिगिंछाए जाव उदिण्णकामजाया विहरेज्जा, सा य परक्कममाणी पासेज्जा से जे इमे भवंति उग्गपुत्ता महामाउया भोगपुत्ता माहामाउया जाव किं ते आसगस्स सदति ?, जं पासित्ताणं निग्गंथी नियाणं करेति-दुक्खं खलु इत्थित्तणए, दुस्संचाराई वामंतराइं जाव सन्निवसंतराइं, से जहानामए अंबपेसियाति वा अंबाडपेसीयाति वा मातुलुंगपेसियाति वा मंसपेसियाति वा उच्छुखंडियाति वा संबलिफालियाति वा बहु जणस्स आसासणिज्जा पत्थणिज्जा विं (पी) हणिज्जा अभिलसणिज्जा एवामेव इत्थिकावि बहुजणस्स आसासणिज्जा जाव अभिलसणिज्जा, तं दुक्खं खलु इत्थित्तणए, पमुत्तणए साहु, जइ इमस्स तवनियम जाव अत्थि अहमवि आगमिस्साणं इमाइं एयारूवाइं पुरिसभोगभोगाइं भुंजिस्सामि, से तं साहुणी, एवं खलु समणाउसो! MOO听听听听听听听听听听听听听听听听听乐乐乐听听听听听听乐乐乐乐乐听听听听听听听听听听听听听乐乐乐乐 Xero555555555555555555555 श्री आगमगुणमंजूषा १५४०555$$$$$$$$$$$$$$$$$55555SOR

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