Book Title: Agam Guna Manjusha
Author(s): Gunsagarsuri
Publisher: Jina Goyam Guna Sarvoday Trust Mumbai

View full book text
Previous | Next

Page 1836
________________ HOTO5555555555555555 हा अणुओगदाराई [१६] 155555555555555OOR अणादिपारिणामिए ? २ धम्मत्थिकाए अधम्मत्थिकाए आगासत्थिकाए जीवत्थिकाए पोग्गलत्थिकाए अद्धसमए लोए अलोए भवसिद्धिया अभवसिद्धिया । से तं अणादिपारिणामिए । से तं पारिणामिए । २५१. से किं तं सण्णिवाइए? २एतेसिं चेव उदइय-उवसमिय-खइय-खओवसमिय-पारिणामियाणं भावाणं दुयसंजोएणं तियसंजोएणं चउक्कसंजोएणं पंचगसंजोएणं जे निप्पज्जति सव्वे से सन्निवाइए नामे । तत्थ णं दस दुगसंजोगा. दस तिगसंजोगा, पंच चउक्कसंजोगा, एक्के पंचगसंजोगे । २५२. तत्थ णं जे ते दस दुगसंजोगा ते णं इमे- अत्थे णामे उदइए उवसमनिप्पणे १ अस्थि णाम उदइए खयनिप्पण्णे २ अत्थि णामे उदइए खओवसमनिप्पण्णे ३ अस्थि णामे उदइए पारिणामियनिप्पण्णे ४ अत्थि णामे उवसमिए खयनिप्पण्णे ५ अत्थि णामे उवसमिए खओवसमनिप्पन्ने ६ अत्थि णामे उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ७ अस्थि णामे खइए खओवसमनिप्पन्ने ८ अत्थि णामे खइए पारिणामियनिष्पन्ने ९ अत्थि णामे खयोवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने १०॥ २५३. कतरे से नामे उदइए उवसमनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे उवसंता कसाया, एस णं से णामे उदइए उवसमनिप्पन्ने १ । कतरे से नामे उदइए खयनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे खतियं सम्मत्तं, एस णं से नामे उदइए खयनिप्पन्ने २। कतरे से णामे उदइए खयोवसमनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे खयोवसमियाइं इंदियाई, एस णं से णामे उदइए खयोवसमनिप्पन्ने३ । कतरे से णामे उदइए पारिणामियनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उदइए पारिणामियनिष्फन्ने ४ । कयरे से णामे उवसमिए खयनिप्पन्ने ? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं, एस णं से णामे उवसमिए खयनिप्पन्ने ५ । कयरे से णामे उवसमिए खओवसमनिप्पण्णे ? उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदियाई, एस णं से णामे उवसमिए खओवसमनिप्पन्ने ६ । कयरे से णामे उवसमिए पारिणामियनिष्पन्ने ? उवसंता कसाया पारिणामिए # जीवे, एस णं से णामे उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ७ । कतरे से णामे खइए खओवसमियनिप्पन्ने ? खइयं सम्मत्तं खयोवसमियाई इंदियाई, एस णं से णामे खइएफ खयोवसमनिप्पन्ने ८ । कतरे से णामे खइए पारिणामियनिप्पन्ने ? खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे खइए पारिणामियनिप्पन्ने ९ । कतरे से णामे खयोवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ? खयोवसमियाइं इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे खयोवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने १०।२५४. तत्थ णं जे ते दस तिगसंजोगाते णं इमे-अस्थिणामे उदइए उवसमिए खयनिप्पन्ने १, अत्थि णामे उदइए उवसमिए खओवसमनिप्पन्ने २, अत्थि णामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ३, अत्थि णामे उदइए खइए खओवसमनिप्पन्ने ४, अत्थि णामे उदयिए खइए पारिणामियनिप्पन्ने ५, अत्थि णामे उदइए खयोवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ६, अत्थि णामे उवसमिए खइए खओवसमनिप्पन्ने ७, अत्थि णामे उवसमिए खइए पारिणामियनिप्पन्ने ८, अत्थि णामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ९, अत्थि णामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने १०।२५५. कतरे से णामे उदइए उवसमिए खयनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं, एसणं से णामे उदइए उवसमिए खयनिप्पन्ने १ । कतरे से णामे उदइए उवसमिए खयोवसमियनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे उवसंता कसाया खयोवसमियाइं इंदियाई, एस णं से णामे उदइए उवसमिए खओवसमनिप्पन्ने २। कयरे से णामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे उवसंता कसाया पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उदइए उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ३ । कयरे से णामे उदइए खइए खओवसमनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाई, एस णं से णामे उदइए खइए खओवसमन्निप्पन्ने ४ । कतरे से णामे उदइए खइए पारिणामियनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से नामे उदइए खइए पारिणामियनिप्पन्ने ५। कतरे से णामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे खयोवसमियाइं इंदियाइं पारिणामिए जवि, एस णं से णामे उदइए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ६ । कतरे से णामे उवसमिए खइए खओवसमन्निप्पन्ने ? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाई, एसणं से णामे उवसमिए खइए खओवसमनिप्पन्ने ७। कतरे से णामे उवसमिए खइए पारिणामियनिप्पन्ने ? उवसंता कसाया खइयं सम्मत्तं पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उवसमिए खइए पारिणामियनिप्पन्ने ८ । कतरे से णामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ? उवसंता कसाया खओवसमियाई इंदियाई पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उवसमिए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ९ । कतरे से णामे खइए खओवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ? खइयं सम्मत्तं खओवसमियाई Percs5555555555555555 श्री आगमगणमंजूषा - १७१७555555555555 55PORN 555555555555555555555555555555555555555555herons MOI:0555555555555555555555555555555555555555555555$OOR KGROF

Loading...

Page Navigation
1 ... 1834 1835 1836 1837 1838 1839 1840 1841 1842 1843 1844 1845 1846 1847 1848 1849 1850 1851 1852 1853 1854 1855 1856 1857 1858 1859 1860 1861 1862 1863 1864 1865 1866 1867 1868