Book Title: Yog Chintamani Satik
Author(s): Harshkirtisuri
Publisher: Gangavishnu Shrikrishnadas

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Page 15
________________ योगचित्तामणि: * १०३ १०४ विषय. - पृष्ठ. | विषय: . . चूर्णाधिकारः २. अभलवतसचूर्ण कुंकुमादिचूर्ण अतीसारे-लघुगाधरचूर्ण लवंगादिचूण, बृहल्लङ्गादिचूर्ण ७२-७३ अतीस रे वृद्धगंगाधरचुर्ण पिप्पल्यादिचूर्ण ७५ क पत्थाष्टकचूर्ण शुण्ठ्यादि चूर्ण, त्रिकुटादिचूर्ण , यवान्यादिचूर्ग एल 'दचूर्ण १-४ , द डिमाष्टक चूर्ण प्र.मे एलादिचूर्ण, चातुर्जातकचूर्ग७८ उरकृमिरोगमें वचादिचूर्ण त्रिज तादिचूर्ग, त्रिफलादिचूर्ग ७९ दन्तपीडामे जातीपत्रादिचूर्ण १.२ तोलीस दिचूण १- ३ ८० दन्तमसी, गगन'शगचूर्ण, सितोपलादिवूर्ण ८२ काकल्पमें भृङ्गराजचूर्ण श्रीखण्डादिचूर्ण ८३ आपलकादिचूर्ण शंखा'दचूर्ग, कायफलादिचूर्ण ८४ स्तंभन चूर्ण पद्यो' चूग, मिश्रादचूर्ग. .. रुद्धिवृद्धि के लिये सारस्वतादिचूर्ण १०६ कोलकादिचूर्ण, पञ्चनि-बचूर्ग, गुटिकाधिकारः ३. सुदर्शनचूर्ग ८६ रुनिकर अमृतप्रमानाम षोडशांगचूर्ग, अरिष्टा दचूर्ग ८ गुटिका १-२ शृंगादिचूर्ग, ल रणभास्करचूर्ग, ८९ वटा हा दगुटिका, राजबज्रक्षारचूर्ग ९. गुटका १-२ विडलाणा दचूर्ण सामुद्रिकचण ९१ उन्म लीगुटिका, गुहचतुटिकचूर्ग. हिंगुपंचक चूर्ग ९२ ष्टयटिका fगुप्योर्विशनिचूर्ण , सण दिटिका, तुम्बादि, अजपोद दवा ९३ कांक यनीगुटिका उडरविकारमें विजयचूर्ण, | अभयादिपोदक नारायणचूर्ण अजमोदा दगुटिका यावर्ण१-२११२ उदरविकारने एलादिवटिका , क्षारामृत ९. पाण्डुरोगमें नवरसादिगुटिका ११४ त्रिलवणादिचूण Aho! Shrutgyanam

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