Book Title: Swarup Sambodhan Parishilan
Author(s): Vishuddhasagar Acharya and Others
Publisher: Mahavir Digambar Jain Parmarthik Samstha
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क्र.सं. विषय
1.
2.
3.
4.
INTERNAL ≈ 72 $5
5.
6.
सम्पादकीय भूमिका मंगलाचरण - श्लोक - 1
7.
8.
श्लोक - 2
9.
10.
श्लोक - 3 श्लोक - 4 11. श्लोक - 5 12. श्लोक - 6 13. श्लोक - 7 14. श्लोक- 8 15. श्लोक - 9 16. श्लोक - 10
17.
श्लोक - 11 18. श्लोक - 12 19. श्लोक - 13-14
20.
श्लोक - 15
21.
श्लोक - 16
22. श्लोक - 17
श्लोक - 18
श्लोक - 19
श्लोक - 20
23.
24.
25.
26.
28.
29.
30.
31.
32.
33.
34.
शुभाशीष मंगलाशीष
35.
मंगल-भावना प्रकाशकीय
श्लोक - 21
श्लोक - 22
श्लोक - 23
श्लोक - 24
विषय-सूची
श्लोक - 25
श्लोक - 26
परिशिष्ट- 1 स्वरूप- सम्बोधन काव्यानुवाद परिशिष्ट - 2 संदर्भित शब्दकोश परिशिष्ट-3 सन्दर्भ ग्रन्थ-सूची
परिशिष्ट-4 पुण्यार्जक -सूची
आचार्य सन्मति सागर
आचार्य विराग सागर आचार्य विशुद्ध सागर आजाद कुमार जैन
राजेन्द्र जैन, रमेश जैन,
जय कुमार जैन प्रो. वृषभ प्रसाद जैन
प्रो. एल. सी. जैन आचार्य विशुद्ध सागर
"
निहाल चन्द जैन
सिं. जयकुमार जैन, सतना
सम्पादक
पृष्ठ संख्या
V
vi-vii
viii-ix
xii-xviii
xix-xxxiv
xxxv-1
1-19
20-32
33-50
51-59
60-68
69-76
77-81
82-86
87-91
92-99
100-109
110-121
122-131
132-139
140-145
146-153
154-165
166-173
174-179
180-187
188-192
193-200
201-207
208-214
215-221
222-226
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