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प्रशस्तिगत गुर्वावलियों के आधार पर खरतरगच्छ-रुद्रपल्लीयशाखा के मुनिजनों के गुरु-शिष्य परम्परा की तालिका-१
वर्धमानसूरि (प्रथम) चौलुक्यनरेश दुर्लभराज की सभा में वादविजेता
जिनेश्वरसूरि अभयदेवसूरि (प्रथम) नवाङ्गीवृत्तिकार जिनवल्लभसूरि
जिनशेखरसूरि (रुद्रपल्लीयशाखा के आदिपुरुष)
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पद्मचन्द्रसूरि
विजयचन्द्रसूरि अभयदेवसूरि (द्वितीय) वि.सं. १२७८/ई. सन् १२२२ में जयन्तविजयकाव्य
। के रचनाकार देवभद्रसूरि
खरतरगच्छ-रुद्रपल्लीयशाखा का इतिहास : ७१
प्रभानन्दसूरि (वि.सं. १३११) प्रतिमालेख
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श्रीतिलकसूरि (गौतमपृच्छावृत्ति के रचनाकार, चारुचन्द्र, जिनभद्र और
गुणशेखर को उपाध्याय पद देने वाले)