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विमलचन्द्रसूरि
श्रीचन्द्रसूरि (चारुचन्द्र,जिनभद्र और गुणशेखर को
आचार्य पद प्रदान करने वाले)
चारुचन्द्र
गुणशेखरसूरि
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जिनभद्रसूरि (वि.सं. १३८६) प्रतिमालेख
गुणचन्द्रसूरि अभयदेवसूरि (तृतीय)
जयानन्दसूरि
पृथ्वीचन्द्रसूरि (वि.सं. १४२६ के आसपास मासृकाक्षरचौपाई के रचनाकार)
वर्धमानसूरि (द्वितीय) (वि.सं. १४६८/ई.स. १४१२ में आचारदिनकर के कर्ता)
खरतरगच्छ-रुद्रपल्लीयशाखा का इतिहास : ८५
आनन्दसुन्दरसूरि
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