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| कर्मों का नाम
किस गुण को रोकता है?
उदाहरण
विकृतियाँ
1. ज्ञानावरण
अज्ञान
2. दर्शनावरण
निद्रा-अंधापा
आत्मा के ज्ञान आँख की पट्टी गुण को रोकता है के समान आत्मा के दर्शन द्वारपाल के गुण को रोकता है समान आत्मा के अव्याबाध शहद चुपड़ी सुख को रोकता है तलवार वीतराग भाव को शराब के रोकता है
समान
3. वेदनीय
सुख-दु:ख, .
4. मोहनीय
मिथ्यात्व, राग द्वेष, काम, क्रोधादि, कषाय, हास्यादि, नो कषाय, अविरति जन्म-मृत्यु
5. आयुष्य
आत्मा की अक्षय- जंजीर के। स्थिति को रोकता समान ,
6. नाम
आत्मा के अरूपी गुण को रोकता है
चित्रकार के समान
शरीर, इन्द्रिय, वर्ण आदि, त्रसपना, स्थावरपना,यशअपयश,सौभाग्य, दुर्भाग्य इत्यादि उच्चकुल, नीचकुल,
7. गोत्र
8. अंतराय
आत्मा के अगुरुलघु कुम्हार के गुण को रोकता है समान आत्मा के अनंतलाभ भंडारी गुण को रोकता है (खजांची)
के समान
कृपणता, पराधीनता दरिद्रता,निर्बलता
रेकर्म तेरी गति न्यारी...!!/74
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