Book Title: Panchsangraha Part 06
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur

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Page 321
________________ २७४ पंचसंग्रह : ६ सातवां स्पर्धक २४७ करोड़ १ वीर्याविभाग वाले २४७ करोड़ २ २४७ करोड़ ३ , २४७ करोड़ ४ , २८४ आत्म-प्रदेशों की प्रथम वर्गणा २८३ द्वितीय वर्गणा २८२ , तृतीय वर्गणा २८१ , चतुर्थ वर्गणा ___११३० इस प्रकार सातवें स्पर्धक में ११३० आत्म-प्रदेशों की चार वर्गणाएँ । आठवां स्पर्धक २४८ करोड़ १ वीर्याविभाग वाले २४८ करोड़ २ , २४८ करोड़ ३ , २४८ करोड़ ४ २६६ आत्म-प्रदेशों की प्रथम वर्गणा २६८ द्वितीय वर्गणा . २६७ तृतीय वर्गणा चतुर्थ वर्गणा १०७० - इस प्रकार आठवें स्पर्धक में १०७० आत्म-प्रदेशों की चार वर्गणाएँ । नौवां स्पर्धक २४६ करोड १ वीर्याविभाग वाले २३६ आत्म-प्रदेशों की प्रथम वर्गणा २४६ करोड़ २ द्वितीय वर्गणा २४६ करोड ३ ॥ तृतीय वर्गणा २४९ करोड़ ४ चतुर्थ वर्गणा ar Now m m | ६५० इस प्रकार नौवें स्पर्धक मैं ६५० आत्म-प्रदेशों की चार वर्गणाएँ।

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