Book Title: Panchsangraha Part 06
Author(s): Chandrashi Mahattar, Devkumar Jain Shastri
Publisher: Raghunath Jain Shodh Sansthan Jodhpur

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Page 371
________________ ३२४ पंचसंग्रह : ६ ४० का जघन्य अनु. अनन्तगुण उससे-५० का उत्कृष्ट अनु. अनन्तगुण उससे -४६ mr -४८ mmm 9 ur mr ur ko mr m mm . ह wwwwwwwwww win in am.wwww in K कण्डक प्रमाण स्थितियाँ J२१ १. परावर्तमान ‘शुभ प्रकृतियों की उत्कृष्ट स्थिति का जघन्य अनुभाग स्तोक है । जिसे प्रारूप में ६० के अङ्क से बतलाया है। इसी प्रकार एक समय कम, दो समय कम यावत् सागरोपम शतपृथक्त्व प्रमाण उत्कृष्ट स्थिति

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