Book Title: Mulachar
Author(s): Manoharlal Shastri
Publisher: Anantkirti Digambar Jain Granthmala

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Page 8
________________ अथ मूलाचारस्य विषयसूची। विषय पृ. सं. विषय पृ. सं. मूलगुणाधिकार । १। (३६) सामायिकका विशेष स्वरूप १९ मंगलाचरणकर मूलगुण कह- दोषोंके त्यागका वर्णन .... २२ नेकी प्रतिज्ञा .... १ प्रमादोंके त्यागका वर्णन .... २३ अट्ठाईसमूलगुणोंके भेद .... २ आत्मसंस्कारकालका वर्णन पंचमहाव्रतोंके नाम .... कर संन्यास आलोपंचमहाव्रतोंका स्वरूप .... चनाका वर्णन .... २५ पांचसमितियोंके नाम .... ५ क्षमणका वर्णन .... २६ पांच समितियोंका स्वरूप.... मरणभेदका, तथा मरण विरापांच इंद्रियनिरोधके नाम .... धनेसे देव दुर्गति होनेका, पांच इंद्रियनिरोधका स्वरूप ८ ___ बोधदुर्लभ होनेका तथा षट् आवश्यकोंके नाम ..... -१० बालमरणका स्वरूप वर्णन २७ छह आवश्यकोंका स्वरूप.... लौंच आदि सात मूल गु | ऐसा सुन क्षपक चितवन ___णोंका स्वरूप .... | करे तथा आचार्य उपदेश १३ मूलगुणोंका फल वर्णन | दे दृढकरे उसका वर्णन ३५ कर अधिकार समाप्त ... २६ । क्षपक दृढ हो जिनवचनका बृहत्प्रत्याख्यानसंस्तरस्तवा- शरण लेके अत्यंत दृढ प. धिकार।२। (७१) रिणाम करे उसका वर्णन ४२ मंगलाचरणकर प्रत्याख्यान मरणके भयका निराकरण.... ४४ तथा संस्तरके स्वरूप संन्यास मरणका फल वर्णन कहनेकी प्रतिज्ञा .... १७ ___ कर अंतमंगलकर दूसरा सामायिकका स्वरूप .... १८ अधिकार समाप्त .... ४८ rms 9 vie

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