Book Title: Mandavgadh Ka Mantri Pethad Kumar Parichay
Author(s): Hansvijay
Publisher: Hansvijay Jain Free Library

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Page 54
________________ * १४ पेथडकुमारका परिचय. * गरमें प्रवेश किया व व्यापार निमित्त र दुकान खोल कर धंधा करने लगा। ___ एक दिन घी बेचनेवाली उसकी पुकान पर आई और जाग्यवश उससे उसको चित्रावेल की प्राप्ति हुई उसके ही प्रनाव से पेथम सेठको उकानमें अ* खूट घी जरा रहने लगा यह कौतुक देख कर वहां के राजा ने पेथम कुमार व उसके पुत्र फांझन कुमार को मंत्रीपद देदिया। __ एक वक्त राजाको आज्ञा लेकर पेथम कुमार सपरिवार तीर्थयात्रा करने के लिये चला, पहले जीरावला पार्श्वनाथ की यात्रा करके आबूके पहामी पर चढा वहांपर श्रीआदिनाथ नग2 वान की यात्रा कर के औषधियों की ।

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