Book Title: Mandavgadh Ka Mantri Pethad Kumar Parichay
Author(s): Hansvijay
Publisher: Hansvijay Jain Free Library

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Page 92
________________ HTTRANSLATION * ५२ पेथडकुमारका परिचय. एक एक रुपया उसे सहा यतार्थ देते K थे और इससे आगन्तुक मनुष्य अबो सम्पत्तिवाला बनजाता था। जैन इतिहासके देखने से पता लगता है कि मंत्री पेथम, फांऊन, जा. वम, संग्रामसिंह आदि अनेक श्रावक यहांपर हो गये हैं जो विपुल ऐश्वर्य और प्रजूत-प्रजुता के स्वामी थे। - इस प्रकरण के सिरे पर जिन दो ज्राताओं का नाम लिखा हुवा है वे जो ऐप्से ही श्रावकों म सेथे, ये श्री. श्री माली जाति के सोनोगिरा वंश के ये। इनका वंश बमा गौरवशाली के प्रतिष्ठित था। इनका सम्पूर्ण वर्णन ही * करने का यहां स्थान नहीं है। मंत्री ९ मंमन और धनदके पितामह का नाम

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