Book Title: Mandavgadh Ka Mantri Pethad Kumar Parichay
Author(s): Hansvijay
Publisher: Hansvijay Jain Free Library

View full book text
Previous | Next

Page 103
________________ मांडवगढकामन्त्री ६३ देवल तेमनु हतुं, जीवन आधारा रे ॥ तीरथ. ॥३॥ ते पार्श्व प्रजुनु कीधु, स्तोत्र जिन चंखे सिधु । संसार दावानी सम. स्याथकी प्रचारार ॥ तोरथ. ॥४॥ पेथम कुमार मंत्री, कांजनकुमार तंत्र। संग्राम सिंहजैन योझा, पुण्यना नंमारारे ॥तीरथ. ॥५॥ मोटा मोटा ग्रंथकार, ज्ञानकोशना नरनार। मंगन कवि धनदराज, जैन सारा रे ॥ तीरथ. ॥६॥ रतन बाई साथे आवी, शिवकोर बाई संघ खावी।

Loading...

Page Navigation
1 ... 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112