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मांडवगढकामन्त्री
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राजा तथा नगर निवासियों ने र संघ के शुनागमन को खबर सुन कर
घर घर तोरण पताकाए बंधवाई और
बमे आनन्दके साथ प्रवेश महोत्सव * कराया गया। सवारी में राजा के साथ
हाथी पर चढ कर मंत्रीश्वर हर्षनाद - सहित संघयुक्त अपने घर जा पहुंचा * और अन्त में सब का उचित सत्कार
कर सबको अपने अपने स्थान पर बिदा किया और मांमवगढ के सर्व ज्ञाति के लोगो को जोजन कराकर और सं. घको नक्ति करके राजा का उत्तम स. स्कार करने के बाद आद्यनार मान - कर मंत्रीश्वर अपने दिन धर्म ध्यान * में व्यतीत करने लगा।
HUMIKAAMKARANAYA