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जैन आगम-अंग सूत्र
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नवमां अंग धर्म प्रा.
कथाय दसवां अंग पाश्रव संवर
25x12x7x42 | संपूर्ण 10 अध्याय | 1927महा
त्मा गुजलाल 28x11x15x58 , 10 अध्याय ।
ग्रं. 1250 सौभाग्यसुन्दर 27x IIx11x37
| 1616
27x12x9x26
,,, ग्र. 1500
17वीं
| 26 x 12 x 13x 52
" ,, ग्र. 1250/ 17वीं | 26 x 11 x 11x54 | ,, ,, ग्र. 7450 17वीं
1944
"
, ग्र.5400
20वीं
पागम साहित्य
व्याख्या
28x13x13x50 | अपूर्ण 3रे से 7वें 17वीं
अध्या. 48 26 x 11 x 13x42 | संपूर्ण 10 अध्याय | 19वीं 38 / 26x11 x 13x42 | ,, ,, ग्र. 1200 19वीं 26x12x15x44
5880 19वीं 91 25 x 13x7x32
6/26 x 11x5x30 | अपूर्ण 105 | 26 x 11 x 15 x 41 | संपूर्ण 10 अ...... 17वीं
ग्र. 4630 23 | 26 x 11 x 17x45 | अपूर्ण दूसरे अध्या. तक 19वीं
| 26x11 x 19x 47,, प्राश्रव 2 से 5 19वीं
126x11x11x38 सं. दोनों स्कंध 1596 33 | 31 x 11x13x35
| 1597 127x11x1ix38
16वीं 58 | 26 x 11x11 x 34 ,, ,, ग्र. 1316 1605
ग्यारवां अंतिम प्रा. अंग धर्मकथायें
24/27x11 x 15x54
,
1677
पहिला पन्न! कम
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