Book Title: Jain Shrikrushna Katha
Author(s): Madhukarmuni, Shreechand Surana
Publisher: Hajarimalmuni Smruti Granth Prakashan Samiti Byavar
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श्रीकृष्ण-कथा-लौट के वसुदेव घर को आए
११३ -आपके लिए | इतनी सारी देवरानियाँ -कहकर हँस पड़े वसुदेव।
भाभियो ने भी साथ दिया और वातावरण हँसी की खिलखिलाहटो से गूंज गया ।
-त्रिषष्टि० ८।४ - उत्तर पुराण ७०१३०७-३१७ -वसुदेव हिंडी पद्मावती लम्भक
रोहिणी लम्भक
१ उत्तर पुराण में रोहिणी के पिता का नाम हिरण्य वर्मा और माता का नाम पद्मावती लिखा है और उन्हें अरिष्टपुर का राजा बताया है ।
(श्लोक ३०७)