Book Title: Chaityavandan Chauvisi
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Abhinav Shrut Prakashan

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Page 31
________________ चोवीसी वंछित सुखदायक नसुं, गर्भवास नितु टाळे फेरो, काकंदी नयरी हुओ, देव पुत्र सुग्रीव केरो...२... रामा राणी जाइओ, मंगर लंछन जे कोय, सुविधिनाथ भविया नमो, जिम घरे संपत्ति होय...३... शीतलनाथ नुं [१०] [२५] स्वामी शीतल स्वामी शीतल भद्दिलपुर गाम... १... भूपति दृढरथ भारजा, नंदा उअरे वसियो, राज तजि संजम लियो, हणि मोह वस कियो...२... श्री वत्स लंछन नेवुं धनुष, जित्यो कुल द्युत, दशमा- जिनवर भेटिओ, होवे पुण्य बहुत...३... श्रेयांसनाथ न [११] विष्णु नरपति विष्णु नरपति शंखपुर राय...१... रूप सोभागे आगला, लक्षणवंत सुविचार सुंदर, नगर वसे विवहारिया, वाव कूप प्रासाद मंदिर...२. खडगी लंछन पंखिओ, धनुष अंशी जसु काय, कंचन वरण श्रेयांजिन, विष्णु देवी माय...३... वासुपूज्य नुं [१२] नयरी चंपा नयरी चंपा राय वसुपूज्य ... १... जयादेवी राणी सती, गज गामीनि सोहे, वासुपूज्य जनमिया, रूप त्रिभुवन मोहे...२... लंछन महिष मनोहरु, धनुष सीत्तेर जाणुं, पद्मराग तनु रूअडो, निशदिन मनमां आणुं ...३.. विमलनाथ नुं [१३] विमल जिनवर विमल जिनवर राय कृतवर्म... १... For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jain Education International

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