Book Title: Chaityavandan Chauvisi
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Abhinav Shrut Prakashan
View full book text
________________
चोवीसी
[४३]
पार्श्वनाथ नु [२३] नयरी वाराणसीओ थया, प्राणतथी परमेश, योनि व्याघ्र सुहंकरी, राक्षस गण सुविशेष...१... जन्म विशाखाले थयो, पार्श्व प्रभु महाराय, तुला राशि छद्मस्थमा, चोराशी दिन जाय...२... धव तरु पासे पामिया, खायिक दुग उपयोग, मुनि तेत्रीशे शिव वर्या, वीर अखय सुख भोग...३...
महावीर स्वामी नु [२४] उर्द्धलोक दशमा थकी, कुंडपुरे मंडाण, वृषभ योनि चोवीशमा, वर्द्धमान जिन भाण...१... उत्तरा फाल्गुनी उपन्या, मानव गण सुखदाय, कन्या राशि छद्मस्थमां, बार वरस वही जाय...२... शाल विशाल तरु तले, केवल निधि प्रगटाय, वीर बिरुद धरवा भणी, अकाको शिव जाय...३...
पद्मविजयजी कृत चोवीशी
श्री ऋषभदेव नु [१] आदिदेव अलवेसरु, विनीतानो राय, नाभिराया कुलमंडणो, मरूदेवा माय...१... पांचशे धनुषनी देहडी, प्रभुजो परम दयाल, चोराशी लख पूर्व-, जस आयु सुविशाल...२... वृषभ लंछन जिन वृषधरु,उत्तम गुणमणि खाण, तस पद पद्म सेवन थकी, लहिले अविचल ठाण...३...
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org

Page Navigation
1 ... 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110