Book Title: Agam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Tarunmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 356
________________ ____ 'पूर्व' के बाद पच्चीस इकाइयाँ और हैं जो प्रत्येक पूर्ववर्ती इकाई से ८४ लाख गुणा अधिक है। इन इकाइयों के नाम सूत्र २०२ (२) में सूचिबद्ध हैं। अन्तिम इकाई का नाम 'शीर्ष प्रहेलिका' है जिसमें ५४ अंकों के बाद १४० शून्य होते हैं। यह लगभग 7.582 x 10193 के बराबर होती है। ___After the 'Purva' there are twenty five units more. The names of these units are listed in aphorism 202 (2). Each unit is a multiple of 84,00,000 and the previous unit. The last such unit of the finite numbers in this series is known as Sheersh Prahelika. It contains 54 numbers and 140 zeros. In mathematical terms it is approximately 7.582x10193. (Exact figure being 75, 82, 63, 25, 30, 73, 01, 02, 41, 15, 79, 73, 56, 99, 75, 69, 64, 06, 21, 89, 66, 84, 80, 80, 18, 32, 96 x 10140) (२) औपमिक काल यह वह काल है जिसे संख्याओं या गणित से नहीं मापा जा सकता। अतः इसे समझने के लिए उपमा की आवश्यकता होती है। इसकी सबसे छोटी इकाई का नाम है पल्योपम। पल्योपम का परिमाण समझने के लिए शास्त्रोक्त परिभाषा इस प्रकार है-“एक योजन लम्बा-चौड़ा-गहरा प्याले के आकार का गड्ढा खोदा जाये जिसकी परिधि तीन योजन हो। उसे उत्तर कुरु के तुरन्त जन्मे मनुष्य के एक दिन से सात दिनों तक के बालाग्र (अत्यन्त सूक्ष्म बाल का अग्रभाग) से ऐसे ठसाठस भर दिया जाये कि जल और वायु भी प्रवेश न पा सके। से उसमें से एक-एक बालाग्र प्रत्येक १०० वर्ष के बाद निकाला जाये। इस प्रकार जितने समय में वह पल्य (गड्ढा) खाली हो जाये उस काल को पल्योपम कहते हैं। ___ १० कोटा-कोटि पल्योपम = १ सागरोपम १० कोटा-कोटि सागरोपम = १ उत्सर्पिणी अथवा १ अवसर्पिणी २० कोटा-कोटि सागरोपम = १ काल-चक्र (2) METAPHORIC TIME SCALE This is the period of time beyond the scope of numbers or mathematics. As such, it is measured inetaphorically, Its smallest unit is Palyopam. The definition of Palyopam available in Jain scriptures is as follows : Dig a cup shape ditch measuring 1 yojan (approx. 8 miles) on all sides. Fill it with miniscule hair of man from Uttar Kuru. It should be so tightly packed that air 19 or water may not find a passage within. Now start taking out one hair every hundred years. The time taken in emptying this ditch is termed as Palyopam. अनुयोगद्वार सूत्र ( २९२ ) Illustrated Anuyogadvar Sutra UYURULAR PROSTRO MONOPROXPOSUIXOPROPAPPROPNUAYYAPPALOPMOYNUYAUPALOYNOYATOVALOPALYNYDDOG Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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