Book Title: Agam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Tarunmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 515
________________ प्रस्तुत सूत्र में बताये गये नव रसों के नाम, उत्पत्ति स्थान और लक्षणों की तालिका इस प्रकार है रस वीर श्रृंगार अद्भुत भयंकर व्रीड़नक बीभत्स हास्य करुण शान्त Shringar Adbhut Raudra Vridanak नवरस प्रकरण उत्पत्ति परित्याग, तपश्चरण, शत्रुविनाश रति, संयोग की अभिलाषा Jain Education International अपूर्व और अनुभूतपूर्व वस्तु भयंकर रूप आदि, अंधकार, चिन्ता और भयंकर कथा गुह्य और गुरुस्त्री की मर्यादा का अतिक्रमण अशुचि पदार्थ, शव, अनिष्ट दृश्य और दुर्गंध रूप, वय, वेश और भाषा आदि का विपर्यय प्रिय-वियोग, वध, बंध, विनिपात, व्याधि और संभ्रम एकाग्रता और प्रशान्त भाव The table of the name, origin, and characteristics of nine rasas (sentiments) mentioned in this aphorism are as follows Rasa Origin Characteristics Vira non-repentance, patience, valour adornment, erotic gestures, sexual act, laughter, merriment, and amorous dalliance. renunciation, austerities, destruction of enemies indulgence, desire for union novelty and unique experience horrendous forms, sounds, and darkness and talks of these breaking code of secrecy and modest behaviour with respectable women लक्षण ( ४३७ ) अपश्चात्ताप, धैर्य, पराक्रम विभूषा, विलास, कामचेष्टा, हास्य, लीला और रमण हर्ष और विवाद संमोह, संभ्रम, विषाद और मरण लज्जा, शंका निर्वेद और जीव हिंसा के प्रति होने वाली घृणा मुख, नेत्र का विकास शोक, विलाप, म्लानता और रोदन अविकार joy and sorrow perplexity, alarm, sorrow, and death. shame and apprehension The Discussion on Nine-Sentiments For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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