Book Title: Agam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Tarunmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 395
________________ अविसेसिए उवरिमगेवेज्जए, उवरिममज्झिमगेवज्जए उवरिमउवरिमगेवेज्जए । विसेसिए एतेसिं पि सव्वेसिं अविसेसिय-विसेसिय- पज्जत्तय - अपज्जत्तयभेदा भाणियव्वा । (१७) कल्पातीत का अविशेषित नाम मानें तो ग्रैवेयकवासी और अनुत्तरौपपताकि देव विशेषित नाम होंगे। वरममिवेज्जए ग्रैवेयकवासी अविशेषित नाम मानने पर अधस्तनग्रैवेयक, मध्यमग्रैवेयक, उपरितनग्रेवेयक ये विशेषित नाम होंगे। जब अधस्तनग्रैवेयक को अविशेषित नाम माना जायेगा तब अधस्तन - अधस्तन ग्रैवेयक, अधस्तन - मध्यम ग्रैवेयक, अधस्तन - उपरितन ग्रैवेयक विशेषित नाम कहलायेंगे । मध्यमग्रैवेयक को अविशेषित मानने पर मध्यम - अधस्तन ग्रैवेयक, मध्यम- मध्यम ग्रैवेयक, मध्यम-उपरिम ग्रैवेयक विशेषित नाम होंगे। यदि उपरिम ग्रैवेयक को अविशेषित नाम माना जाये तो उपरिम- अधस्तन ग्रैवेयक, उपरिम मध्यम ग्रैवेयक, उपरिम- उपरिम ग्रैवेयक ये विशेषित नाम कहलायेंगे । इन सबको भी अविशेषित नाम माना जाये तो उनके पर्याप्त और अपर्याप्त ये विशेषित नाम कहलायेंगे । (17) When Kalpateet (born outside the Kalp - heaven ) is taken to be a general name, the specific names are Graiveyak-vasi (dwelling in a celestial area named Graiveyak) and Anuttaropapatik (gods residing in highest heaven called anuttar or unique). Jain Education International When Graiveyak-vasi (dwelling in a celestial area named Graiveyak) is taken to be a general name, the specific names are—Adhastan (lower ) Graiveyak, Madhyam (middle) Graiveyak, and Uparitan (upper) Graiveyak. When Adhastan (lower) Graiveyak is taken to be a general name, the specific names are-Adhastan-Adhastan नामाधिकार प्रकरण ( ३२९ ) For Private & Personal Use Only The Discussion on Nama www.jainelibrary.org

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