Book Title: Agam 32 Chulika 02 Anuyogdwar Sutra Part 01 Sthanakvasi
Author(s): Amarmuni, Tarunmuni, Shreechand Surana
Publisher: Padma Prakashan

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Page 447
________________ २५३. कयरे से नामे उदइए उवसमनिप्पन्ने ? (१) उदए त्ति मणूसे उवसंता कसाया, एस णं से णामे उदइए उवसमनिप्पन्ने। (२) कयरे से नाम उदइए खयनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे खइयं सम्मत्तं, एस णं से नामे उदइए खयनिप्पन्ने। (३) कयरे से णामे उदइए खओवसमनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से णामे उदइए खओवसमनिप्पने। (४) कयरे से णामे उदइए पारिणामियनिप्पन्ने ? उदए त्ति मणूसे पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उदइए पारिणामियनिप्पन्ने। (५) कयरे से णामे उवसमिए खयनिप्पन्ने ? उवसंता कसाया, खइयं सम्मत्तं, एस णं से णामे उवसमिए खयनिप्पन्ने। (६) कयरे से णामे उवसमिए खओवसमनिप्पण्णे ? उवसंता कसाया खओवसमियाइं इंदिया, एस णं से णामे उवसमिए खओवसमनिप्पन्ने। (७) कयरे से णामे उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने ? उवसंता कसाया पारिणामिए जीवे, एस णं से णामे उवसमिए पारिणामियनिप्पन्ने। (८) कयरे से णामे खइए खओवसमिय निप्पन्ने ? खइयं सम्मत्तं खओवसमियाइं इंदियाइं, एस णं से णामे खइए खओवसमनिप्पन्ने। (९) कयरे से णामे खइए पारिणामियनिप्पने ? ( ३७७ ) भाव प्रकरण The Discussion on Bhaava For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jain Education International

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