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श्री जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ में तपागच्छ रूपी गगन में गुरु वल्लभ रूपी सूर्य का गर्वीली गुजरात की गौरववंती बड़ौदा नगरी में उदय (जन्म) हुआ। पंजाब की प्यारी धरती पर गुरु वल्लभ रूपी सूर्य चमका (ज्ञान-दर्शन-चरित्र का ) । महाराष्ट्र की मोहमयी मुंबई नगरी में गुरु वल्लभ रूपी सूर्य अस्त हुआ (स्वर्गगमन)। स्व. गुरुदेव ने अपनी 84 वर्ष की आयु में 67 साल दीर्घ चरित्र के काल में अनगणित जिन शासन प्रभावना के कार्य किए। प.पू. स्व. गुरु वल्लभ सूरि म. नाम मुताबिक जगत के वल्लभ (प्रिय) बने, स्व. गुरुदेव वल्लभ सूरि म.सा. ने प. पू. न्यायाम्भोनिधि जैनाचार्य आ. विजयानंद सूरीश्वर जी म.सा. (आत्माराम जी म.) से अन्तिम आदेश संदेश को प्राप्त किया :
(1) पंजाब को संभालना, अधर्म से रक्षा करके धर्ममय बनाना
गुरु वल्लभ दिव्य शक्तिशाली-कर्मठ कार्यकर्त्ता
शासन ज्योति, सा. सुमति श्री जी म.
(2) पंजाब और पूरे भारत में सरस्वती मंदिरों की स्थापना करना
स्व. गुरुदेव विजय वल्लभ सूरीश्वर जी म.सा. ने पूरे पंजाब को अपना प्राणों से अधिक संभाला, हिंदुस्तान-पाकिस्तान की लड़ाई में प्रखर और मुख्य शहर गुजरांवाला श्री संघ को बचाया, भारत में लाए, जिससे पंजाब केसरी विरुद मिला, पूरे भारत में सरस्वती मंदिरों की स्थापना की, इस तरह प.पू. आत्माराम जी म.सा. के आदेशों का आत्मवत् पालन किया।
स्व. गुरुदेव वल्लभ सूरि जी म. ने क्या एवं कितना अद्भुत कार्य किये, उनकी नामावली संख्या में बता रही हूँ। पूज्य आ. वल्लभ सूरीश्वर जी म.सा. की सद्प्रेरणा से नवनिर्मित मंदिरों की नामावली :
1. सामाना (पंजाब)
2. सढोरा (पंजाब)
3. रोपड़ (पंजाब)
4. उरमरटांडा (पंजाब)
5. मियानी (पंजाब)
6. जालंधर शहर (पंजाब)
7. नारोवाल (पंजाब- पाकिस्तान)
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परम पूज्य स्व. 1. मेरा तीर्थ (पंजाब-पाकिस्तान)
2. हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश)
3. लाहौर (पंजाब-पाकिस्तान)
8. सुनाम (पंजाब)
9. खानगांडोगरा (पंजाब - पाकिस्तान)
गुरुदेव श्री के सदुपदेश से हुए मन्दिरों के जीर्णोद्धार की नामावली :
5. खंभात (गुजरात)
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10. कसूर (पंजाब-पाकिस्तान)
11. रायकोट (पंजाब)
12. सियालकोट (पंजाब- पाकिस्तान)
13. लाहौर (पंजाब-पाकिस्तान) 14. करचलिया (जि. सूरत-गुजरात)
4. नवसारी (गुजरात)
प.पू. स्व. गुरुदेव विजय वल्लभ सूरीश्वर जी म.सा. के करकमलों द्वारा हुई अंजनशलाकाएं :
1. जंडियाला गुरु (पंजाब)
5. रायकोट (पंजाब)
2. बिनोली (उत्तर-प्रदेश)
6. सादड़ी (राजस्थान)
3. उमेदपुर (राजस्थान) 4. कसूर (पंजाब-पाकिस्तान)
7. बीजापुर (राजस्थान) 8. मुंबई (महाराष्ट्र)
प.पू. स्व. गुरुदेव विजय वल्लभ सूरीश्वर जी म.सा. की निश्रा में संपन्न हुईं मन्दिरों की प्रतिष्ठाएं :
1. जंडियाला गुरु (पंजाब)
13. सढोरा (पंजाब)
6. पेन (महाराष्ट्र)
7. वरकाणा तीर्थ (राजस्थान)
विजय वल्लभ
- संस्मरण संकलन स्मारिका
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