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विविध-कलाए
(क) लेखनकला१. ऋषभ प्रभु ने ब्राह्मी के बाए हाथ पर अपने दाहिने
हाथ से अ-आ-इ-ई आदि वर्णमाला के ४४ अक्षर लिखे एवं लेखनकला का प्रारंभ किया। ब्राह्मी के हाथ पर लिखने से ब्राह्मी लिपि कहलाई । सुन्दरी के दाहिने हाथ पर अपने बायें हाथ से १, २, ३, आदि अंक लिखे अतः अंकों की वामगति हुई, कहा भी है—अङ्गानां वामतो
गतिः । २. बम्बई-निवासी अनन्त भट्ट ने एक पोस्टकार्ड में जवाहर
जीवनचरित्र लिखा । उसमें लगभग २ लाख अक्षर हैं।' जेम्स जाहारी ने १६२६ में दो सेंट (अमेरीका का एक सिक्का) की टिकिट पर २० हजार अक्षर लिखे । १६३५ में एक चावल पर ६००८ अक्षर लिखे । फिर वालों पर उससे भी बारीक अक्षर लिखे । वे चावलों वाले अक्षरों से १/३ सूक्ष्म थे ।
१ १४ ननम्बर १६४४ (नेहरु जन्म-दिवस) पर प्रधानमंत्री
श्रीजवाहरलालजी को यह काई भेंट किया गया ।