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हनने
बेइन्द्रिय
दो इन्द्रिय वाले। तेइन्द्रिय
तीन इन्द्रिय वाले। चउरिन्द्रिय
चार इन्द्रिय वाले। पंचेन्द्रिय
पाँच इन्द्रिय वाले। संकल्प
मन में निश्चय करके। सगे सम्बन्धी
सम्बन्धी जनों का। स्वशरीर
अपने शरीर के उपचारार्थ। सापराधी
अपराध सहित त्रस प्राणी हिंसा को छोड़
शेष। निरपराधी
अपराध रहित प्राणी की हिंसा का । आकुट्टी
मारने की भावना से।
मारने का। पच्चक्खाण
त्याग करता हूँ। जावज्जीवाए
जीवन पर्यन्त । दुविहं तिविहेणं
दो करण, तीन योग से अर्थात् न करेमि
स्वयं नहीं करूँगा, न कारवेमि
दूसरों से नहीं कराऊँगा। मणसा वयसा कायसा मन, वचन, काया से
गाढ़े बन्धन से बाँधा हो।
वध (मारा या गाढ़ा घाव घाला हो)। छविच्छेए
अंगोपांग को छेदा हो। अइभारे
अधिक भार भरा हो। भत्तपाण-विच्छेए भोजन पानी में बाधा की हो।
{67} श्रावक सामायिक प्रतिक्रमण सूत्र
बंधे