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अइयारो कओ तस्स खमासमणो पडिक्कमामि निंदामि गरिहामि अप्पाणं वोसिरामि
अतिचार (अपराध) किया। उसका हे क्षमाश्रमण! प्रतिक्रमण करता हूँ। आत्म साक्षी से निन्दा करता हूँ। आपकी (गुरु की) साक्षी से गर्दा करता हूँ। (व) दूषित आत्मा को त्यागता हूँ।
तस्ससव्वस्स का पाठ तस्स सव्वस्स देवसियस्स उन सब दिवस सम्बन्धी। अइयारस्स
अतिचारों का जो। दुब्भासिय-दुच्चिन्तिय- दुर्वचन व बुरे चिन्तन से। दुच्चिट्ठियस्स
तथा कायिक कुचेष्टा से किये गये हैं। आलोयंतो पडिक्कमामि उन अतिचारों की आलोचना करता हुआ
उनसे निवृत्त होता हूँ।
चत्तारिमंगलं का पाठ चत्तारि मंगलं
चार मंगल हैं। अरिहंता मंगलं
अरिहन्त मंगल हैं। सिद्धा मंगलं
सिद्ध मंगल हैं। साहू मंगलं
साधु मंगल हैं। केवलि पण्णत्तो धम्मो मंगलं केवली प्ररूपित दया धर्म मंगल है। चत्तारि लोगुत्तमा
चार लोक में उत्तम हैं। अरिहंता लोगुत्तमा अरिहन्त लोक में उत्तम हैं। सिद्धा लोगुत्तमा
सिद्ध लोक में उत्तम हैं। साहू लोगुत्तमा
साधु लोक में उत्तम हैं। {65) श्रावक सामायिक प्रतिक्रमण सूत्र