Book Title: Shravak Samayik Pratikraman Sutra
Author(s): Parshwa Mehta
Publisher: Samyaggyan Pracharak Mandal

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Page 135
________________ प्रत्याख्यान के पाठ 1. नमोक्कार-सहियं (नवकारसी) उग्गए सूरे नमोक्कारसहियं पच्चक्खामि चउव्विहं पि आहारं असणं, पाणं, खाइम, साइम, अन्नत्थऽणाभोगेणं, सहसागारेणं वोसिरामि / 2. पोरिसि-सूत्र (पोरसी) उग्गए सूरे पोरिसिं पच्चक्खामि, चउव्विहं पि आहारं असणं, पाणं, खाइमं, साइमं, अन्नत्थऽणाभोगेणं, सहसागारेणं, पच्छन्नकालेणं, दिसामोहेणं, साहुवयणेणं, सव्वसमाहिवत्तियागारेणं वोसिरामि / 3. पुरिमट्ठ-सूत्र (दो पोरसी) उग्गए सूरे पुरिमढं पच्चक्खामि, चउव्विहं पि आहारं असणं, पाणं, खाइमं, साइमं, अन्नत्थऽणाभोगेणं, सहसागारेणं, पच्छन्नकालेणं, दिसामोहेणं, साहुवयणेणं, महत्तरागारेणं, सव्वसमाहिवत्तियागारेणं वोसिरामि। 4.एगासण-सूत्र (एकासना) एगासणं पच्चक्खामि तिविहं पि आहारं असणं, खाइमं, साइम, अन्नत्थऽणाभोगेणं, सहसागारेण, सागारियागारेणं, आउंटण-पसारणेणं, गुरु-अब्भुट्ठाणेणं, (पारिट्ठावणियागारेणं), महत्तरागारेणं, सव्वसमाहिवत्तियागारेणं वोसिरामि। 1. खुद त्याग करे तो वोसिरामि ऐसा तीन बार बोले और दूसरों को त्याग कराना हो तो “वोसिरे" ऐसा तीन बार बोलें। {133} श्रावक सामायिक प्रतिक्रमण सूत्र

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