Book Title: Shabdarupavali
Author(s): Rushabhchandrasagar
Publisher: Purnanand Prakashan
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बालैः
बालात्
(१) अकारान्त पुंलिङ्ग - 'बाल' शब्द [.. 27]* विभक्ति एकवचन द्विवचन बहुवचन प्र० बालः बालौ
बालाः बालम् बालौ बालान् बालेन बालाभ्याम् बालाय
बालाभ्याम् बालेभ्यः
बालाभ्याम् बालेभ्यः बालस्य बालयोः बालानाम् बाले बालयोः हे बाल ! हे बालौ !
हे बालाः! +मारीते. देव, छात्र, गज, मनोरथ, श्रमण, स्वर्ग, निष्क,
बिडाल विगेरे अकारान्त शहोना ३५ो थशे. (२) अकारान्त नपुं. - 'कमल' शब्द [.. 27] प्र० कमलम् कमले कमलानि द्वि० कमलम् कमले कमलानि तृ० कमलेन कमलाभ्याम् कमलैः
बालेषु
* सा मंड ६२६ स्थाने पा8 नं. ४९॥वे छे. + न नो ण नियमानुसा२. ४- शोभा यतो डोय त्या ४२वो .त.
छात्रेण, गुरुणाम् (શદ-રૂપાવલી
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