Book Title: Shabdarupavali
Author(s): Rushabhchandrasagar
Publisher: Purnanand Prakashan

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Page 25
________________ सर्वासु ष० सर्वस्याः सर्वयोः . सर्वासाम् स० सर्वस्याम् सर्वयोः सं० हे सर्वे ! हे सर्वे ! हे सर्वाः ! (२२) 'किम्' सर्वनाम - पुंलिङ्ग [.. 35] (सर्ववत्) कौ के कौ कान् कैः प्र० कः द्वि० कम् तृ० केन च० कस्मै पं० कस्मात् कस्य स० कस्मिन् काभ्याम् काभ्याम् काभ्याम् कयोः कयोः केभ्यः केभ्यः केषाम् केषु (२३) 'किम्' सर्वनाम - नपुं. [५.. 35] (सर्वंवत्) कानि कानि कैः प्र० किम् द्वि० किम् तृ० केन च० कस्मै पं० कस्मात् શબ્દ-રૂપાવલી काभ्याम् काभ्याम् काभ्याम् केभ्यः केभ्यः १३ - Jain Education International 2000 Pobrate & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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