Book Title: Shabdarupavali
Author(s): Rushabhchandrasagar
Publisher: Purnanand Prakashan

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Page 24
________________ तृ० च० स० सर्वस्मिन् सर्वयोः सर्वेषु सं० हे सर्व ! हे सर्वो ! हे सर्वे ! (२०) 'सर्व' सर्वनाम - नपुं. [. 35] प्र० सर्वम् सर्वे सर्वाणि द्वि० सर्वम् सर्वे सर्वाणि सर्वेण सर्वाभ्याम् सर्वैः सर्वस्मै सर्वाभ्याम् सर्वेभ्यः पं० सर्वस्मात् सर्वाभ्याम् सर्वेभ्यः सर्वस्य सर्वयोः सर्वेषाम् स० सर्वस्मिन् सर्वयोः सर्वेषु सं० हे सर्व ! हे सर्वे ! हे सर्वाणि ! (२१) 'सर्वा' सर्वनाम - स्त्रीलिङ्ग [. 36] प्र० सर्वा सर्वाः द्वि० सर्वाम् सर्वाः तृ० सर्वया सर्वाभ्याम् सर्वाभिः च० सर्वस्यै सर्वाभ्याम् सर्वाभ्यः पं० सर्वस्याः सर्वाभ्याम् सर्वाभ्यः सर्वे ૧૨ શબ્દ-રૂપાવલી - Jain Education International 2500 Pobrate & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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