Book Title: Shabdarupavali
Author(s): Rushabhchandrasagar
Publisher: Purnanand Prakashan
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४० कर्तृणा
कर्तृभ्याम् च० कर्तृणे कर्तृभ्याम् पं० कर्तृणः कर्तृभ्याम् प० कर्तृणः कर्तृणोः स० कर्तृणि कर्तृणोः सं० हे कर्तः ! कर्तृ ! हे कर्तृणी !
कर्तृभिः कर्तृभ्यः कर्तृभ्यः कर्तृणाम् कर्तृषु हे कर्तृणि !
की .
(१२५) तृ प्रत्ययान्त कृदन्त-स्त्रीलिङ्ग कर्तृ'
(की) शब्द (नदीवत्) [41. 49] प्र० की कयौँ कर्व्यः द्वि० कीम्
कयौं का कर्वीभ्याम् कर्तीभिः कत्र्य कीभ्याम् कर्तीभ्यः काः कर्तीभ्याम् क/भ्यः काः कोः
कीणाम् काम् कोः सं० हे कत्रि ! हे कयौं ! हे कर्त्यः !
कीषु
( શબ્દ-રૂપાવલી
७१
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