Book Title: Shabdarupavali
Author(s): Rushabhchandrasagar
Publisher: Purnanand Prakashan

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Page 35
________________ ष० कस्यचन कस्मिश्चन कयोश्चन कयोश्चन केषाञ्चन केषुचन स० (४२) 'किम्' सर्वनाम 'चन' अव्यय साथे - स्त्रीलिङ्ग [प.. 35] प्र० काचन केचन काश्चन काञ्चन केचन काश्चन कयाचन काभ्याञ्चन काभिश्चन च० कस्यैचन काभ्याञ्चन काभ्यश्चन पं० कस्याश्चन काभ्याञ्चन काभ्यश्चन ष० कस्याश्चन कयोश्चन कासाञ्चन स० ___ कस्याञ्चन कयोश्चन कासुचन (४३) 'किम्' सर्वनाम 'अपि' अव्यय साथे - पुंलिङ्ग [५l. 35] प्र० कोऽपि कावपि केऽपि द्वि० कमपि कावपि कानपि तृ० केनापि काभ्यामपि कैरपि च० कस्मायपि काभ्यामपि केभ्योऽपि AGE-३पावली 23. Jain Education International 2500 Pobrate & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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