Book Title: Shabdarupavali
Author(s): Rushabhchandrasagar
Publisher: Purnanand Prakashan

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Page 34
________________ स० कस्याश्चित् कयोश्चित् कासुचित् कैश्चन (४०) 'किम्' सर्वनाम 'चन' अव्यय साथे - पुंलिङ्ग [.. 35] प्र० कश्चन कौचन केचन द्वि० कञ्चन कौचन कांश्चन केनचन काभ्याञ्चन कस्मैचन काभ्याञ्चन केभ्यश्चन कस्माच्चन काभ्याञ्चन केभ्यश्चन ष० कस्यचन कयोश्चन केषाञ्चन कस्मिंश्चन कयोश्चन केषुचन (४१) 'किम्' सर्वनाम 'चन' अव्यय साथे - नपुं. [41. 35] प्र० किञ्चन कानिचन द्वि० किञ्चन केचन कानिचन ० केनचन काभ्याञ्चन कैश्चन च० कस्मैचन काभ्याञ्चन केभ्यश्चन पं० कस्माच्चन काभ्याञ्चन केभ्यश्चन शE-३पापली केचन Jain Education International 2500 Pobrate & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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