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॥ नमो जिन पवयणस्स ॥
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'आरोग्यनाशक'
आजकल के अनेक अभक्ष्य पदार्थों की मार्मिक समज
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नरक का प्रथम द्वार
रात्रिभोजन का त्याग करो । जैनत्व उज्जवल बनाओ ।
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