Book Title: Jain Dharm Siddhant aur Aradhana
Author(s): Shekharchandra Jain
Publisher: Samanvay Prakashak

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Page 8
________________ द्वितीय संस्करण के अर्थ सहयोगी * महावीर प्रसाद चित्तौडा- २४१, अशोक नगर रोड १६, उदयपुर आप स्व. श्री लक्षमीलालजी चित्तौडा के सुपुत्र हैं व उदयपुर में ही गोटा-किनारी, सोना-चांदी के व्यवसाय में हैं। सामाजिक कार्यों में रुचिशील हैं। • श्री शो तिलालजी (गौधा)जैन -५२, अशोकनगर, उदयपुर-३१३००१ आप रविन्द्रनाथ टेगोर आयुर्विज्ञान महाविद्यालय में चीफ नर्सिग सुपरिन्टेन्डेन्ट हैं । दिगम्बर जैन बीस पन्थ खन्डेलवाल समाज के २० साल से अध्यक्ष हैं। * श्रीकमलकुमार जैन(चित्तौडा).२७५, अशोकनगर रोडन'१०, उदयपुर आप तेल आदि के थोक व्यापारी और चित्तौडा जाति के अध्यक्ष हैं। ** सोहनलाल पलावत जैन(चित्तौडा)-१४४,अशोकनगर रोडट,उदयपुर आप भी तेल के थोक व्यापारी हैं । शान्त स्वभाव के धर्म में रूचिशील हैं। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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