Book Title: Gnatadharmkathang ka Sahityik evam Sanskrutik Adhyayan
Author(s): Rajkumari Kothari, Vijay Kumar
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 12
________________ विषयानुक्रमणिका पृष्ठसंख्या प्रथम अध्याय 1-16 : प्राकृत आगम परम्परा एवं ज्ञाताधर्म कथांग द्वितीय अध्याय : ज्ञाताधर्मकथांग का रचनाकाल, परिचय एवं नामकरण 17-28 तृतीय अध्याय : प्राकृत कथा साहित्य का उद्भव एवं विकास 29-47 चतुर्थ अध्याय : ज्ञाताधर्मकथांग की विषयवस्तु 48-74 पञ्चम अध्याय : ज्ञाताधर्मकथांग का साहित्यिक अध्ययन 75-110 षष्ठ अध्याय : ज्ञाताधर्मकथांग का भाषा विश्लेषण 111-138 सप्तम अध्याय : ज्ञाताधर्मकथांग का सांस्कृतिक 139-168 अध्ययन अष्टम अध्याय : उपसंहार 169-173 सन्दर्भ ग्रन्थ सूची : 174-184 Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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