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दसमं दुमपत्तयं अज्झयणं ३०८. अहीणपंचेंदियत्तं पि से लभे उत्तमधम्मसुई हु दुलहाँ ।
कुतित्थिनिसेवए जणे समयं गोयम ! मा पमायए ॥१८॥ ३०९. लण वि उत्तमं सुई सद्दहणा पुणरावि दुलहा ।
मिच्छत्तनिसेवए जणे समयं गोयम ! मा पमायए ॥१९॥ ३१०. धम्मं पि हु सदहंतया दुल्लभया कारण फासया ।
इह काम[णेसु मुच्छिया समयं गोयम ! मा पमायए ॥ २०॥ ३११. परिजूरइ ते सरीरयं केसा पंडुरया भवंति ते ।
से सोयबले य हायई समयं गोयम ! मा पमायए ॥ २१॥ . ३१२. परिजूरइ ते सरीरयं केसा पंडुरया भवंति ते ।
से चक्खुबले य हायई समयं गोयम! मा पमायए ॥ २२॥ ३१३. परिजूरइ ते सरीरयं केसा पंडुरया भवंति ते ।
से घाणवले ये होयई समयं गोयम ! मा पमायए ॥ २३ ॥ ३१४. परिजूरइ ते सरीरयं केसा पंडुरया भवंति ते ।
"से जिन्भबले य हायई समयं गोयम ! मा पमायए ॥ २४ ॥ ३१५. परिज़रइ ते सरीरयं केसा पंडुरया भवंति ते ।
से फासबले य हायई समयं गोयम ! मा पमायए ॥ २५॥ ३१६. परिजूरइ ते सरीरयं केसा पंडुरया भवंति ते ।
से सव्वले य हायई समयं गोयम! मा पमायए ॥२६॥
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१. °यतं पि इति पाइयटीका-नेमिचन्द्रीयटीकापाठसम्भवः ॥ २. हा। मिच्छत्तनिसे° पा०॥ ३. कुतित्थनिसे° सं १ सं २ ला १ ह० चू० पाटीपा० ॥ ४. गुणेहिं मु शा० चू० पाटीपा० ॥ ५.सं २ प्रतौ २१ तः २६ गाथासु 'पंडुरया' स्थाने 'पंडरया' इति पाठोऽस्ति ॥ ६. हायए सं १ ह । हावई ला २॥ ७. परिजू०। से चक्खुबले० ॥ २२॥ ला २ पु०। परि० केसा० । से ला १॥ ८. हावई ला १॥ ९. परि०। से घा ला १ ला २ पु०॥ १०. °बले० ॥ २३ ॥ पु०॥ ११. य० ॥ २३ ॥ ला २॥ १२. हायइ सं १ सं २॥ १३. परि०। से ला १। परिजू० । से ला २ पु० ॥ १४. से रसणबले पा०॥ १५. °ब० ॥ २४ ॥ ला २ । °बले य० ॥ २४ ॥ पु०॥ १६. परि० । से फासबले० ॥ २५॥ ला २ पु० । परिजू०। से ला १॥ १७. परि० । से ला १ ला २ पु०॥ १८. °बले य० ॥२६॥ ला २ पु०॥
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