Book Title: Danvir Manikchandra Author(s): Mulchand Kishandas Kapadia Publisher: Mulchand Kisandas KapadiaPage 14
________________ २८१ २८२ २९२ (१७) १८. श्रीमती रूपाबाईके १२३४ उपवासकी विगत १९. सेठ माणिकचंदका परिग्रहप्रमाण व्रत २०. धवल जयधवलके उद्धारार्थ चंदा ... ... २१. बम्बई दि. जैन परीक्षालय ... २२. जैनधर्म पुस्तकप्रचार ... २३. जर्मनीके अफसरका ब्रह्मसूरी शास्त्रीसे संबंध... २४. सेठ नक्लचंद जीकी शिखरजो यात्रा और सीढ़ीका प्रबंध २५. सेठ माणिकचंद स्वयं अध्यापक... २६. मूलचंद किसनदास कापड़ियाका प्रथम परिचय २७. मगनबाईजीका वैधव्य... ... २८. विधवां मगनबाईको पिता द्वाग विद्याभ्यास... २९५ ૨૧૨ ३०. ૨૦૨ ३०३ س س س २५६ س اس अध्याय नवां। समाजकी सच्ची सेवा। १. सं० १९५६ के दुष्कालमें मदद... ... २. बम्बईमें जैनबोर्डिगका विचार... ... ३. , दि. जैन प्रां० सभाका स्थापन ... ४. सेठ माणिकचंदजी और प्रेमचंद व्याख्याता... ५. “ जैनमित्र "के उदयका विचार... ... ६. सेठ ही० गु० जैन बोर्डिंग बम्बईका स्थापन ७. सेठ माणिकचंदजीका शाखप्रेम ... ८. सूरतमें जैन पाठशाला... ... ९. , मंदिर जीर्णोद्धार ... १०. श्री. ललिताबाईका परिचय ... ११. सेठजीका जातियोंके इतिहासके लिये. ईनाम १२. दि. जैन डाइरेक्टरीका विचार... ... १३. पत्नी चतुरबाईका परलोक १४. गुजरातके ४२ ग्रामोंका विरोध मिटाना ... ३२७ ___ ३२८ ام اس اس ३२९ ३३० ३ m ३३३ ३३६ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.orgPage Navigation
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