Book Title: Bhagwati Sutra Part 02
Author(s): Kanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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(VIII)
६२४ ६२४
६१०
६१२
६२७
६१३
६३१
लोक के चरमान्त म जीव-अजीव
सातवां उद्देशक
६२४ -आदि का मार्गणा-पद ६०८ आठवां उद्देशक
६२४ परमाणु-पुद्गल का गति-पद ६०९ नौवां उद्देशक क्रिया-पद
६१० दसवां उद्देशक अलोक-गति-निषेध-पद ६१० ग्यारहवां उद्देशक
६२५ नौवां उद्देशक
बारहवां उद्देशक
६२५ बलि का सभा-पद ६१० एकेन्द्रिय-पद
६२५ दसवां उद्देशक ६११ तेरहवां से सत्रहवां उद्देशक
६२५ अवधि-पद ६११ नागकुमार-आदि-पद
६२५ ग्यारहवां उद्देशक
६११ अठारहवां शतक (पृ. ६२७-६५८) द्वीपकुमार-आदि-पद
पहला उद्देशक बारहवां से चौदहवां उद्देशक
६१२ संग्रहणी गाथा
६२७ सतरहवां शतक (पृ. ६१३-६२६) प्रथम-अप्रथम-पद
६२७ पहला उद्देशक
चरम-अचरम-पद
६२९ संग्रहणी गाथा ६१३ दूसरा उद्देशक
६३१ श्रुत-देवता भगवती को नमस्कार ६१३ शक्र का कार्तिक श्रेष्ठी नामक पूर्वहस्तिराज-पद
६१३ -भव-पद क्रिया-पद ६१३ तीसरा उद्देशक
६३३ भाव-पद ६१५ माकन्दिक-पुत्र-पद
६३३ दूसरा उद्देशक
६१६ निर्जरा-पुद्गल-जानना-आदि-पद ६३५ धर्माधर्म-स्थित-पद ६१६ बंध-पद
६३६ बालपंडित-पद ६१६ कर्म-नानात्व-पद
६३७ जीव-जीवात्मा एकत्व-पद ६१७ चौथा उद्देशक
६३८ रूपी-अरूपी-पद
६१८ जीवों का परिभोग-अपरिभोग-पद ६३८ तीसरा उद्देशक ६१९ कषाय-पद
६३८ एजना-पद ६१९ युग्म-पद
६३९ चलना-पद
६२० अंधकवृष्णि-जीवों का वर-पर-पद ६३९ संवेग-आदि-पद ६२१ पांचवां उद्देशक
६४० चौथा उद्देशक
६२१ वैक्रिय-अवैक्रिय-असुरकुमार-आदि-पद ६४० क्रिया-पद
६२१ नैरयिक-आदि का महाकर्म-आदि-पद ६४० दुःख-वेदना-पद
६२२ नैरयिक-आदि का आयु-पद
६४१ पांचवां उद्देशक
६२३ असुरकुमार-आदि का विक्रिया-पद ६४१ ईशान-पद ६२३ छठा उद्देशक
६४२ छठा उद्देशक ६२३ नैश्चयिक-व्यवहार-नय-पद
६४२ पृथ्वीकायिक-आदि का देश-सर्व
परमाणु-स्कन्ध के वर्ण-आदि का पद -मारणान्तिक-समुद्घात-पद ६२३ सातवां उद्देशक
६४३
کیا
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