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(सिद्धान्तसागरसूरि)
भावसागरसूरि
सुमतिसागर (गोरक्षशाखा के आदिपुरुष)
गजसागर
गुणनिधानसूरि (पट्टधर) अंचलगच्छ मुख्य परम्परा
पुण्यरत्न
ललितसागर
माणिक्यसागर
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गुणसागर (हंसाउलीरास के
प्रतिलिपिकारः गजसागरसूरिनिर्वाणरास
के कर्ता)
हेमकान्ति (वि.सं.१५८९ या
१५९८ में श्रावकविधिचौपाई
के कर्ता)
अचलगच्छ की विभिन्न उपशाखायें और उनका इतिहास
जयसागर
गुणरत्न (वि.सं.१६३७ में सनत्कुमाररास एवं वि.सं.१६४० में सुधर्मास्वामीरास के रचनाकार)
ज्ञानसागर (वि.सं.१६९७-१७२७
के मध्य रचित १८ रचनायें उपलब्ध)
मतिसागर (वि.सं.१६९९ में तेजसाररास के प्रतिलिपिकार)
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