Book Title: Achalgaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 211
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only १२. वामेयपार्श्वस्तोत्र अवचूरि १३. विदग्धमुखमंडन अवचूरि १४. वीतरागस्तोत्र अवचूरि १५. वृत्तरत्नाकर अवचूरि १६. सकलसुखस्तोत्र अवचूरि १७. त्रिपुरास्तोत्र अवचूरि (उक्त कृतियों में से वृत्तरत्नाकर को छोड़कर शेष सभी कृतियाँ अनुपलब्ध है। वृत्तरत्नाकर भी अपूर्ण रूप में ही प्राप्त हुई है।) शत्रुजयगिरिपर शिलाप्रशस्ति | वि.सं. १६८३ | अं०ले०सं०, लेखांक ३१५... के लेखक | अं०दि०, पृ० ४०२. उत्तमचरितऋषिराजचरित- वि.सं. १६४१/ जै०गू०क०, भाग २, पृ० १८९. चौपाई अचलगच्छीय मुनियों का साहित्यावदान विजयमूर्ति हेममूर्ति (रचनाकार) विजयमूर्ति गुणनिधान विजयशील www.jainelibrary.org धर्ममूर्ति हेमशील विजयशील (रचनाकार) १८५

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