Book Title: Achalgaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 220
________________ १९४ २२. २३. २४. २५. २६. २७. २८. २९. ३०. ३१. ३२. ३३. ३४. ३५. ३६. ३७. ३८. ३९. ४०. ४१. ४२. ४३. ४४. ४५. ४६. अचलगच्छ का इतिहास श्री चातुर्मासिकव्याख्या (गद्य) श्री गौतमस्वामी अष्टक (पद्य) श्री लघुत्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरितम् (गद्य) श्री समरादित्यकेवलिचरित्रम् (गद्य) श्री चक्रेश्वरीदेवी अष्टकम् (पद्य) श्री महाकालीदेवी अष्टकम् (पद्य) श्री मांगलिकस्तुति अष्टकम् (पद्य) (जो आमंत्रण पत्रिका के प्रारम्भ में प्रकाशित किये जाते हैं) श्री अंतरिक्ष पार्श्वनाथ अष्टकम् गुजराती कृतियाँ श्री सौभाग्यपंचमीकथा; अनुवाद (गुजराती) श्री कार्तिक पूर्णिमाकथा (गुजराती) श्री मौनएकादशीकथा (गुजराती) श्री पौषदशमीकथा (गुजराती) श्री मेरुतेरसकथा (गुजराती) श्री चैत्रीपूनमकथा (गुजराती) श्री होलीकथा (गुजराती) श्री अक्षयतृतीयाकथा (गुजराती) श्री रोहिणीतपकथा (गुजराती) श्री पर्युषणपर्वाष्टाह्निकाकथा (गुजराती) श्री दीपावलीव्याख्यानकथा (गुजराती) श्री चौमासीव्याख्यानकथा (गुजराती) (इन ११ से २२ एवं २६ से ३७ कृतियों का द्वादशपर्वकथा गद्य और भाषान्तर ऐसा संयुक्त नाम भी है) वर्तमानजिनस्तवन चौबीसी वर्ण- देह-मान- आयु- माता-पिता- पंच कल्याणक आदि ५८ प्रसंगों के साथ वर्णन युक्त स्तवन चौबीसी चैत्यवंदन चौबीसी जिन आरतीचौबीसी श्री बारसासूत्र (कल्पसूत्र) सार (गुजराती) २५५ पद्य Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org


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