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६.
परिशिष्ट
श्री कल्पसूत्र गुजराती भाषान्तर
श्री पंचप्रतिक्रमणसूत्र के अर्थ - भावार्थ
श्री पार्श्वनाथ भगवान् का विस्तृत चरित्र (दस भव)
श्रावक कर्तव्यपद (यन्नत जिणाणं) (३ पद्य) का अनुवाद
श्रावकनी करणी (१३ पद्य)
वैराग्यशतक-गुर्जरपद्यानुवाद (१०५ पद्य )
कुलकचतुष्टय-पद्यानुवाद
इन्द्रियपराजयशतक-पद्यानुवाद (१०० पद्य)
(५० से ५४) अचलगच्छ धार्मिक पाठ्यक्रम बालवर्ग तथा वर्ग १ से ५
श्री नवपदकी पूजा
श्री नव्वाणुंप्रकारी पूजा
श्री पार्श्व पंचकल्याणक पूजा
श्री नव्वाणुं अभिषेण पूजा
श्री बारव्रतकी पूजा
श्री पंचज्ञान पैंतालीस आगम पूजा
श्री अष्टकर्म निवारण ६४ प्रकारी पूजा
श्री बसस्थानक पूजा
श्री महावीर पंचकल्याणक पूजा
श्री वास्तुक पूजा
श्री पंचतीर्थी पंच कल्याणक पूजा
श्री आदिनाथ पंच कल्याणक पूजा
श्री वेदनीय कर्म पूजा
श्री अंतरायकर्म पूजा
श्री अष्टापदतीर्थ पूजा
श्री सम्मेतशिखरतीर्थ पूजा
श्री नन्दीश्वरद्वीप पूजा
श्री आर्यरक्षितसूरि पूजा
गणधर गौतमस्वामी की पूजा
श्री अष्टप्रकारी पूजा का दोहा
श्री जिन नवांग पूजा का दोहा
श्री महेन्द्रसिंहकृत अष्टोतरीतीर्थमाला ( गूर्जर - पद्यानुवाद)
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