Book Title: Achalgaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 234
________________ २०८ अचलगच्छ का इतिहास ३८. त्रण प्राचीनगुजराती कृतिओ, संपादिका - शार्लोटे क्राउझे (कु० सुभद्रा देवी), प्रका०- गुजरात विद्या सभा, अहमदाबाद १९५१ ई०. ३९. पट्टावलीपरागसंग्रह, सम्पा०-- मुनि कल्याणविजय गणि, प्रका० - श्रीकल्याणविजय शास्त्र संग्रह समिति, जालोर १९६६ ई०. ४०. पट्टावलीसमुच्चय, प्रथम भाग, सम्पा०- मुनि दर्शनविजय, प्रका० - श्री चारित्र स्मारक ग्रन्थमाला, वीरमगाम १९३३ ई०. ४१. पट्टावलीसमुच्चय, द्वितीय भाग, सम्पा०- मुनि ज्ञानविजय ( त्रिपुटी), प्रका०श्री चारित्र स्मारक ग्रन्थमाला, अहमदाबाद १९५० ई०. ४२. प्रतिष्ठालेखसंग्रह, सम्पा० - विनयसागर, प्रका०४३. प्राचीन जैनलेखसंग्रह, भाग २, सम्पा०आत्मानन्द सभा, भावनगर १९२१ ई०. ४४. प्राचीनतीर्थमालासंग्रह, संशोधक- विजयधर्मसूरि, प्रका०- - यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, भावनगर वि०सं० १९७८. ४५. प्राचीन लेखसंग्रह, सम्पा०० मुनि विद्याविजय, प्रका० - यशोविजय जैन ग्रन्थमाला, भावनगर १९२९ ई०. ० सुमति सदन, कोटा १९५३ई०. मुनि जिनविजय, प्रका० - श्री जैन ४६. प्राचीनस्तवनरत्नसंग्रह, भाग १ - २, संशोधक- पंन्यास मुक्ति विमलगणि, प्रका०-श्रेष्ठिवर्य जमनाभाई भगुभाई, अहमदाबाद १९१७-२४ ई०. ४७. बीकानेरजैनलेखसंग्रह, संग्रा० - सम्पा०-अगरचन्द भँवरलाल नाहटा, प्रका०नाहटा ब्रदर्स, कलकत्ता १९५५ ई०. ४८. महामात्य वस्तुपाल का साहित्यमंडल और संस्कृत साहित्य में उसकी देन, लेखक- भोगीलाल ज० सांडेसरा, प्रका० जैन संस्कृति संशोधन मंडल, वाराणसी १९५९ ई०. ४९. महावीरजैनविद्यालय सुवर्णमहोत्सव अंक, भाग १- २, सम्पा०- आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये तथा अन्य, प्रका० - महावीर जैन विद्यालय, मुम्बई १९६८ ई०. ५०. मालवांचल के जैन लेख, संग्रा० श्री नन्दलाल लोढ़ा, प्रका०- कावेरी शोध संस्थान, उज्जैन १९९५ ई०. ५१. मन्त्राधिराजचिन्तामणि, अनेक जैनाचार्यविरचित जैनस्तोत्रसन्दोह, भाग २, प्रका० - श्री साराभाई मणिलाल नवाब, अहमदाबाद १९३६ ई०. ५२. महाकवि जयशेखरसूरि, भाग १ - २; लेखिका - साध्वी मोक्षगुणाश्री; प्रका०आर्य जय कल्याण केन्द्र, देरासर लेन, घाटकोपर (पूर्व), मुम्बई १९९१ ई०. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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