Book Title: Achalgaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshwanath Vidyapith

View full book text
Previous | Next

Page 214
________________ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org विनयसागर विनयहंस विवेकचन्द्र शांतिसागर लाभशेखर कमलशेखर सत्यशेखर 1. विनयशेखर कल्याणसागरसूरि (वि.सं. १६७०- १७१८) विनयसागर (रचनाकार) (रचनाकार) महिमारत्न विनयहंस (रचनाकार) कल्याणसागरसूरि T गुणचन्द्र विवेकचन्द्र अमरसागर मतिसागर शांतिसागर (रचनाकार) (रचनाकार) २- यशोभद्रचौपाई ३- रत्नकुमाररास ४- शांतिमृगसुन्दरीचौपाई स्नात्रपंचाशिका १ - उत्तराध्ययन सूत्रवृत्ति २- दशवैकालिकसूत्रवृत्ति सुरपालरास १- शांतिजिनस्तवन २- पार्श्वस्तवन ३- सीमंधर जिनस्तवन वि.सं. १६४३ | कै० गु० मै०, पृ० ७५९. वि.सं. १६४३ वि.सं. १६४४ वि.सं. १७०४ जै०गू०क०, भाग ४, पृ० ६६. वि.सं. १५७२ जि०र०को०, पृ० ४४. जै० सा०सं०इ०, कण्डिका ७५८. वि.सं. १७९७ जै०गू०क०, भाग ३, पृ० ३२०. वि.सं. १७६१ कै०गु०मै०, पृ० २९४, ७१५. वि.सं. १७६१ वि.सं. १७६१ १८८ अचलगच्छ का इतिहास

Loading...

Page Navigation
1 ... 212 213 214 215 216 217 218 219 220 221 222 223 224 225 226 227 228 229 230 231 232 233 234 235 236 237 238 239 240