Book Title: Achalgaccha ka Itihas
Author(s): Shivprasad
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 200
________________ पेथो (श्रावक कवि) जीरावलापार्श्वनाथविवाहलो |वि.सं. १६वीं | कै०गु०मै०, पृष्ठ ६९४. Jain Education International १७४ शती भक्तिलाभ शीलोपरिगीत - वि.सं. १६वीं | वही, पृष्ठ ३५४. शती प्रथम चरण के आस-पास भावशेखरगणि वेलराज १- रूपसेनराजर्षिरास २. धनामहामुनिसन्धि लाभशेखर वि.सं. १६८३ | जै.गू.क., भाग ३, पृ. २५३-५५. वि.सं. १७०९ के पूर्व For Private & Personal Use Only अचलगच्छ का इतिहास कमलशेखर सत्यशेखर विवेकशेखर भावशेखरगणि विजयशेखर (रचनाकार) सिद्धान्तसागरसूरि भावसागरसूरि १.अनन्तकायस्वाध्याय | वि.सं. १५७५/ कै०गु०म०, पृष्ठ ३८८. से पूर्व www.jainelibrary.org भावसागरसूरि (रचनाकार) २- मायासज्झाय ३- शास्वतजिनचैत्यवन्दन

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